Friday, January 7, 2011

नई सोच के साथ सबल होती महिला

नया वर्ष दस्तक दे चुका है। नई उमंगे हर्ष और उल्लास के साथ मन के अन्दर उमड़-घुमड़ रहे हैं कि आने वाला समय को किस प्रकार नई सोच से संवारा जाये। बच्चे, बुढ़े हो या फिर जवान सभी नई जोश के साथ आगे बढ़ने को तैयार हैं। आने वाले समय में भी महिलाएं जिसके रुप अनेक, स्वरुप एक खुशियां बांटना। चाहे वो खुशी उसके खाने से हो, या फिर परिवार को आर्थिक रुप से हाथ बंटाकर। घर-आंगन से लेकर दुनियां के हर छोर पर महिलाओं का परचम लहरा रहा है। सभी क्षेत्रों में इनकी भागीदारी दिन दोगुनी, रात चौगुनी बढ़ रही है। आज की महिलाएं अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर नित नये आयाम बनाते जा रही है। घर की शोभा मात्र समझी जाने वाली स्त्री बड़े-बड़े कारपोरेट जगत के फलने-फुलने में अहम भूमिका निभा रही हैं। जहां राष्ट्रीय स्तर पर चंदा कोचर, इंदिरा नुयी, शोभना भरतीया, साइना नेहवाल, सानिया मिर्जा, प्रियंका चोपड़ा जैसी लाखों स्त्रियां अपने गुण और कौशल से सब पर छा रही हैं। वहीं इस राज्य की भी स्त्रियां किसी भी मामले में कमतर नहीं दिखती हैं। पुष्पा चोपड़ा, शारदा सिन्हा, नीतू चन्द्रा, लोक सभा अध्यक्ष मीरा कुमार, समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह वंदना प्रेयसी, शिला ईरानी जिसने अपनी मेहनत के बल पर एक मुकाम बनाया है।

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